5 छोटे समूह की गतिविधियॉ ( Small group activities)

बच्चों को छोट—छोट समूह में अपनी आयु समूह के बच्चों के साथ गतिविधियां करने के अवसर उपलब्ध कराए जाने चाहिए। ये गतिविधियॉ बच्चों की छोटी मांस पेशियों के विकास, आंखों और हाथों के बीच संतुलन आदि स्थापित करने में मददगार होते है। गतिविधियों का चुनाव बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक स्तर को ध्यान में रख कर दिया जाना चाहिए। बच्चों की रूचि और आवश्यकताओं की दृष्टि से उपयुक्त ऐसी गतिविधियों का चुनाव करना चाहिए जो बच्चों को आसानी से समझ आ सके। 

उद्देश्य — 

  1. छोटी मांस पेशियों के विकास के अवसर उपलब्ध कराना। 
  2. आंखो और हाथों में समन्वय स्थापित करने के अवसर उपलब्ध कराना। 
  3. निर्देशों के अनुसार काम करना। 
  4. विभिन्न कार्यो में सहयोग देना। 
  5. सामूहिक रूप से किसी निष्कर्ष पर पहुंचना। 
  6. एक दूसरे के विचारों का सम्मान करना। 

क्रियाएं — 

आयु समूह के अनुसार ऐसे बच्चों के समूह बनाएं जो आपस में एक दूसरे के साथ मिलजुल कर खेलते हों। बच्चों को निम्नानुसार गतिविधियां करने के लिए दें। 
  1. पहचानाना — विभिन्न रंगों को, स्वाद को, गरम ठण्डे को, दूर—पास को, ऊपर—नीचे को आदि। 
  2. मिलान करना — रंग ​आकार, आकृति के आधार पर वस्तुओं को मिलाना। 
  3. छांटना — बड़े—छोटे, खाने और न खाने वाली चीजें, पत्तियां, डंठल, बीज आदि। 
  4. वर्गीकरण — मिली जुली सामग्री में से एक सी वस्तुओं को एक साथ रखना जैसे — गोल के साथ गोल, लंबे के साथ लंबा चौकोर के चौकोर आदि। 
  5. क्रमबद्धता — छोटा, बड़ा उससे बड़ा जमाना, क्रम से सोचना (घटना का क्रम बद्ध चिंतन जैसे — नहाने की प्रक्रिया, रोटी बनाने की प्रक्रिया आदि)
  6. पानी के खेल — बड़े बर्तन से छोटे बर्तन में माप कर पानी डालना। 
  7. नाटक — 2 — 3 सदस्यों के नाटक करना ताकि उसे बड़े समूह में प्रस्तुत कर सकें। 
  8. बागवानी — स्कूल, संस्था, आंगनवाड़ी भवन के बगीचे में बीज बोना पौधों को पानी देना आदि। बगीचा न होने की स्थिति में गमले, मिट्टी के कटोरे, पुराने डिस्पोजेबल ग्लास आदि में भी यह कार्य करवाया जा सकता है। 
  9. बिल्डिंग ब्लॉक्स से खेलना — बिल्डिंग ब्लाक्स से विभिन्न वस्तुएं बनाना। 
  10. सृजनात्मक विकास — मिट्ठी के खिलौने बनाना, कागज के खिलौने बनाना। 
  11. सामाजिक विकास — घर—घर खेलना, डाक्टर डाक्टर खेलना, बाजार के खेल आदि। 
  12. ज्ञानेंद्रियों का विकास — सुनना, सूंघना, चखना, देखना, महसूस करना आदि। 
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