एक व्यक्ति अपने पुत्र के साथ गधा बेचने जा रहा था। दोनों गधे के साथ पैदल चल रहे थे। जब वे दोनों बाजार से गुजरे तो किसी ने कहा ,देखो गधा साथ होते हुए भी पैदल जा रहे हैं। एक आदमी बोला, अरे तुम दोनों में से कोई एक गधे पर बैठ क्यों नहीं जाता? आप ठीक कहते हैं कहकर पिता ने पुत्र को गधे पर बैठा दिया और आगे चल दिया। जब वे एक गांव से गुजरे तो एक व्यक्ति बोला, अरे कैसा बेशर्म लड़का है खुद गधे पर बैठा है और इसका पिता पैदल चल रहा है। गांव वालों की बात सुनकर लड़के को गधे से उतारकर पिता स्वयं उस पर बैठ गया। भी थोड़ा आगे बढ़े ही थे कि एक स्त्री चिल्ला उठी अरे यह आदमी खुद तो गधे पर बैठा है और बच्चे को पैदल चला रहा है। उसे भी गधे पर क्यों नहीं बिठा लेता। यह सुनकर पिता ने पुत्र को भी गधे पर अपने पीछे बिठा लिया और आगे चल दिए। कुछ आगेजाने पर एक व्यक्ति ने उन्हें रोककर कहा इस बिचारे कमजोर से गधे पर तुम दोनों बैठे हो तुम्हें शर्म नहीं आती? पिता पुत्र ने गधे से उतर कर उसके चारों पैर को रस्सी से बांधकर बांस के 1 डंडी में लटका दिए और अपने कंधों पर रखकर चल पड़े। यह देखकर सभी लोग जोर जोर से हंसने लगे । उनका शोरगुल सुन गधा घबराकर अपने पैर किधर उधर मारने लगा। तभी गधे के पैरों में बंधी रस्सी टूट गई और वह पुल से नीचे नदी में गिर कर मर गया।
शिक्षा- बेकार की बातों पर ध्यान ना दें
बंदर का इंसाफ || बाल कहानियॉ || हिन्दी कहानियॉ
Pre Child Education (प्री चाईल्ड एजुकेशन ) चैनल के माध्यम से बच्चों ( प्री प्रायमरी और प्रायमरी ) को क्रियात्मक गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। जो बच्चो के मानसिक विकास में सहायक होगी। इस के अलावा बच्चों को कक्षा के अन्य विषय भाषा, अंक ज्ञान, क्रियात्मक, रचनात्मक, पर्यावरण आदि विषय से सम्बंधित जानकारियॉ भी प्रदान की जावेगी जो बच्चों के मानसिक विकास में सहायक होगी। बच्चों को इस चैनल पर गतिविधि, बालगीत, बाल साहित्य, कहानियॉ, आदि के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की कोशिश की गई है।
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