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बाल कविता |
बिजली गुल हुई है बबली,
बहे पसीना झर झर झर,
दादाजी अब हिला हिला,
अखबार करेंगे फर फर फर।
बाहर चलो पेड़ की नीचे,
खेलेंगे हम घर घर घर।
हवा बहेगी , पत्ती हिल - हिल;
कहां करेंगे सर- सर- सर.
बत्ती गुल बाल गतिविधियॉ
हम Pre Child Education (प्री चाईल्ड एजुकेशन ) बच्चों ( प्री प्रायमरी और प्रायमरी ) को क्रियात्मक गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। जो बच्चो को मानसिक विकास में सहायक होगी। इस के अलावा पोषण आहार व स्वास्थ से सम्बंधित जानकारियॉ भी प्रदान की जावेगी जो बच्चों के शारीरिक विकास में सहायक होगी। बच्चों को इस चैनल पर गतिविधि, बालगीत, बाल साहित्य, कहानियॉ, आदि के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की कोशिश की गई है।
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