गीदडो़ंं की सूझबूझ बाल कहानियॉ

किसी जंगल में एक दुष्ट हाथी रहता था। उसे गीदडो को मारने में बड़ा आनंद आता था। हाथी के इस उत्पाद से परेशान  गीदडो  ने एक सभा बुलाई। सभा में हाथी से छुटकारा पाने के लिए अनेक उपाय सुझाए गए। लेकिन किसी पर भी सहमति नहीं बन पाई। तब एक वृद्ध गीदड़ ने अपनी योजना रखी जिसे सब ने स्वीकार कर लिया। योजना के तहत एक गीदड़ हाथी के पास गया और बोला, हमने आपको अपना राजा चुना है ,अतः आप मेरे साथ चल कर राजमुकुट धारण करें। गीदड़ की चिकनी चुपड़ी बातों में हाथी फस गया और राजमुकुट धारण करने के लिए गीदड़ के साथ चल दिया। राजा बनने के मुंह में हाथी खुशी से झूम ता चला जा रहा था। उससे भले बुरे का कोई ज्ञान नहीं था। कुछ आगे एक दलदल था, जैसे योजना अनुसार ही दलों ने पत्तियों से ढक दिया था। लेकिन हाथी ने उस ओर ध्यान नहीं दिया जैसे ही उसका पैर उन पतियों पर पड़ा वह दलदल में धंस गया। धीरे-धीरे हाथी दलदल में पूरा धस गया और उसने प्राण त्याग दिए।

शिक्षा- बुरे का अंत बुरा ही होता है

 सुंदर वन की कहानी

सुंदरवन नामक एक खूबसूरत जंगल था। वहां बहुत सारे जानवर, पशु–पक्षी रहा करते थे। कुछ समय से वर्षा न होने के कारण धीरे – धीरे सुंदरवन की सुंदरता कम होती जा रही थी।

इस कारण पशु-पक्षी भी वहां से कहीं दूसरे जंगल जा रहे थे।

वर्षा न होने के कारण जंगल में पानी की कमी निरंतर होती जा रही थी। पेड़ – पौधों की हरियाली खत्म हो रही थी, और पशु पक्षियों का मन भी वहां नहीं लग रहा था।

सभी वन को छोड़कर दूसरे वन में जा रहे थे, कि गिद्धों ने ऊपर उड़ कर देखा तो उन्हें काले घने बादल जंगल की ओर आते नजर आए।

उन्होंने सभी को बताया कि जंगल की तरफ काले घने बादल आ रहे हैं , अब बारिश होगी।

इस पर सभी पशु-पक्षी वापस सुंदरबन आ गए।

देखते ही देखते कुछ देर में खूब बरसात हुई।

बरसात इतनी हुई कि वह दो-तीन दिन तक होती रही।

सभी पशु पक्षी जब बरसात रुकने पर बाहर निकले तब उन्होंने देखा उनके तालाब और झील में खूब सारा पानी था। सारे पेड़ पौधों पर नए-नए पत्ते निकल आए थे।

इस पर सभी खुशी हुए और सभी ने उत्सव मनाया।

सभी का मन प्रसन्नता से खिल गया । बत्तख अब झील मैं तैर रहे थे हिरण दौड़-दौड़कर खुशियां मना रहे थे और ढेर सारे पप्पीहे – दादुर मिलकर एक नए राग का अविष्कार कर रहे थे।

इस प्रकार सभी जानवर, पशु – पक्षी खुश थे। अब उन्होंने दूसरे वन जाने का इरादा छोड़ दिया था और अपने घर में खुशी खुशी रहने लगे।

शिक्षा: धैर्य का फल मीठा होता है।

चालाक लोमड़ी || बाल कहानी || हिन्दी कहानियॉ || Pre Child Education


Pre Child Education (प्री चाईल्ड एजुकेशन ) चैनल के माध्यम से बच्चों ( प्री प्रायमरी और प्रायमरी ) को क्रियात्मक गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान करने की कोशिश कर रहे है। जो बच्चो के मानसिक विकास में सहायक होगी। इस के अलावा बच्चों को कक्षा के अन्य विषय भाषा, अंक ज्ञान, क्रियात्मक, रचनात्मक, पर्यावरण आदि विषय से  सम्बंधित जानकारियॉ भी प्रदान की जावेगी जो बच्चों के मानसिक विकास में सहायक होगी। बच्चों को इस चैनल पर गतिविधि, बालगीत, बाल साहित्य, कहानियॉ, आदि के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की कोशिश की गई है।

 


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