डायटीशियन चिकित्सक तथा रोग के बीच एक अपरिहार्य संपर्क—सूत्र है। रेाग विज्ञान तथा शरीर क्रिया विज्ञान के सिद्धान्त के आधार पर चिकित्सक रोगी के लिए पोषण सम्बन्धी कार्यक्रम तैयार करता है। डायटीशियन अपनी बुद्धिमता का प्रयोग करके रोगियों के लिए संतुलित तथा कम खर्च वाले आहार का सुझाव दे सकता है। इस प्रकार डायटीशियन भोजन के अपव्यय को कम करने तथा भोजन को रोगियो की आवश्यकता के अनुरूप बनाने में सहायता प्रदान कर सकता है। डायटीशियन (Dietition) को व्यक्ति विशेष तथा समाज की पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओं पर ध्यान रखने की शिक्षा दी जाती है।
डायटीशियन की शिक्षा को क्रिया रूप में लाने का उद्देश्य —
- डायटीशियन व्यक्ति विशेष तथा समाज की आहार सम्बन्धी आवश्यकताओं में उतकृष्टता लाने की कोशिश करता है।
- वह व्यक्ति समाज के स्वास्थ्य के लिए आहार विज्ञान के सिद्धांतो का प्रयोग करता है।
- उसे अपने विषय का ज्ञान तथा कार्य—संपादन का स्तर बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक अन्वेषण के महत्व को समझना चाहिए।
- वह अपने सहयोगी व्यवसायों के लोगों को आहार सम्बन्धी विशेष ज्ञान देकर अपने उत्तरदायित्व को बॉटता है।
- वह अपनी योजना तथा कार्य — सम्पादन को शारीरक्रिया वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक तथा आर्थिक परिवर्तनों के अनुरूप बनाता है।
- वह व्यक्ति विशेष को आहार—सम्बन्धी आदतों में परिवर्तन लाने को प्रोत्साहित करता है ं
- वह उपलब्ध साधनों के आधार पर व्यक्ति विशेष तथा समाज की आहार सम्बन्धी आवश्यकता की पूर्ति करता है। डायटीशियन को इस बात की पहचान होती है कि उसकी प्राबन्धिक योग्यता का महत्वपूर्ण स्त्रोत योग्यता एवं समय का प्रभावकारी उपयोग है।
- वह संचार में निपुणता प्रदर्शित करता है।
- वह अपने व्यवसाय के लोगों को अनुशासित करके विकास के लिए प्रोत्साहित करता है। डायटीशियन की राय टेलीफोन पर भी प्राप्त होने की सुविधा रहनी चाहिए, जिसमें कई फायदें है, जैसे — टेलीफोन पर उत्तर देने में कम समय लगता है, प्रश्नों की व्याख्या करने का अधिक अवसर प्राप्त होता है, साथ ही व्यक्तिगत सम्बन्ध बढ़तें हैं।
डायटीशियन कई प्रकार के होते हैं। भोजन सूची तथा भोजन तैयार करने का प्रबन्ध करने वाले डायटीशिन प्रशासनिक डायटीशियन कहलाते है। दूसरे प्रकार के डायटीशियन जो आहार सम्बन्धी योजना बनाते है, चिकित्सकीय डायटीशियन कहलाते हैं। तीसरे प्रकार के डायटीशियन वह है, जो लोगों को आहार विज्ञान के सिद्धांतो की जानकारी देते हैंं।
प्रशासनिक डायटीशियन (Administration Dietitian)
प्रशासनिक डायटीशियन इनके निम्नलिखित कार्य है —
- मेनु—प्लानिंग (Menu Planning) अर्थात् भेाजन की तैयारी तथा सर्विस (Service) में वह पोषण और प्रबंध के सिद्धांतों को अपनाता है।
- उपकरणों के खरीद, आपूर्ति में उपयुक्त स्तर कायम करता है।
- कर्मचारियों के चुनाव, प्रशिक्षण तथा पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी डायटीशियन की है।
- वह आर्थिक प्रबंध "Safety practices" तथा प्रशिक्षण की रिपोर्ट तैयार करता है।
- उपकरण, तरीका, कर्मचारी के उपयोग इत्यादि का मूल्यांकन कर वह 'Cost Control' करता है।
- वह 'Dietary Services' में अन्य विभागों के साथ सहयोग करता है।
- अस्पताल के विभिन्न क्रियाओं में एकता बनाये रखता है।
- वह शिक्षा तथा शोध कार्यक्रम में भाग लेता है।
- वह अस्पताल के प्रबन्ध प्रगति को सभा में भाग लेता है तथा कर्मचारियों को अस्पताल तथा रोगी के वातावरण के अनुरूप सुव्यवस्थित ढंग से प्रशिक्षण देने का सुझाव देता है ं
- अस्पताल के आवश्यकतानुरूप ' Patient Case Report" बनाता है।
- सभी क्षेत्रों के लिए विशेष 'Sanitation control' करता है।
चिकित्सकीय डायटीशियन (Dietitian Therapeutic)
चिकित्सकीय डायटीशियन इसके मुख्य कार्य इस प्रकार होते है —
- वह व्यक्ति विशेष के लिए डाक्टर के द्वारा बतायी गयी - (1) पोषण आवश्यकता तथा (2) शारीरिक एवं मनोवैज्ञानिक आवश्यकता के आधार पर मेनु (Menu) तैयार करता है।
- आधारभूत संस्थागत भोजन—सूचियों में तथा अपनी भोजन सूची में सामंजस्य स्थापित करता है।
- मरीजों के पोषण सम्बन्धी आदतों तथा आवश्यकता के लिए चिकित्सा 'Nursing' तथा 'Social Service Staff' से सम्पर्क स्थापित करता है।
- चिकित्सक रिकॉर्ड तथा बतायी गयी 'Medical treatment' से सम्बन्धित आहार का 'Systematic record maintain' करता हैं
- आवश्यकता पड़ने पर बताये गये आहार का "Standardization' करना।
- मरीज के रोग से सम्बन्धित बीमारी के विषय में उन्हें पोषण की जानकारी देता हैं
- मरीज को सामान्य आहार तथा रूपान्तरित आहार के विषय में बताता है।
शिक्षक डायटीशियन (Teacher Dietitian)
शिक्षक डायटीशियन के कार्य निम्नलिखित है —
- यह अस्पताल तथा उसके बाहर भी लोगों को आहार सम्बन्धी सूचनाएॅ देता है।
- यह आहार विज्ञान का पाठ्यक्रम तैयार करता है तथा उसकी शिक्षा की व्यवस्था करता है, यथा आहार रसोईघर में छात्र 'Nurse' को कार्य करते समय निरीक्षण करता है।
- लोगों में पोषण विज्ञान की जानकारी देता है, जिसमें वे स्वास्थ्य की देखरेख ठीक कर सके, एवं घातक बीमारियों से रक्षा कर सकें।
इस प्रकार डायटीशियन की भूमिका आहार सम्बन्धी ज्ञान में महत्वपूर्ण है। वह लोगों के स्वास्थ्य ज्ञान के अनुकूल भोजन की सूची तैयार करता है। वह लोगों के स्वास्थ्य को बनाये रखने में मदद करता है।
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